
0 विधायक की फटकार और सीएमएचओ के पत्र के बाद भी कोई फर्क नही
0 आदिवासी बाहुल्य इलाके के गरीबो को जमीन जायजाद और जेवर बेच कराना पड़ रहा इलाज

बिलासपुर। अपोलो को ना तो विधायक की फटकार का असर है और न ही स्वास्थ्य विभाग के पत्र का। यही वजह है कि अभी तक अपोलो प्रबंधन ने ना तो आयुष्मान पोर्टल में पंजीयन कराया और ना ही आयुष्मान से इलाज शुरू किया।
भारत सरकार के आयुष्मान कार्ड को अपोलो द्वारा नकारने की लगातार मिल रही शिकायत पर गत 3 दिसम्बर को बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला अपोलो हॉस्पिटल पहुँचे, विधायक ने अपोलो प्रबंधन के अफसरों से आयुष्मान कार्ड को लेकर चर्चा की तो पता चला कि अपोलो प्रबंधन ने योजना का पंजीयन तक नही कराया है। बेलतरा विधायक ने इसको लेकर प्रबंधन के अफसरों से चर्चा कर कहा कि आपके द्वारा भारत सरकार के आयुष्मान योजना लागू न किये जाने के कारण गरीब मरीजो को यहाँ इलाज के लिए जमीन जायजाद जेवर गिरवी रखना और बेचना पड़ रहा है ये सब नही चलेगा या तो आयुष्मान कार्ड से मरीजो का उपचार करे या तो सरकार द्वारा लीज पर दी गई जमीन और भवन को खाली कर दे। विधायक के तल्ख तेवर से अपोलो प्रबंधन के अफसर सकते में आ गये।

इस आशय की खबर बाहर आने के बाद लोगो ने बेलतरा विधायक के इस तल्ख चेतावनी को लेकर जमकर तारीफ की। शोसल मीडिया में भी वे कई दिन तक छाए रहे। विधायक के इस तल्ख चेतावनी के बाद हरकत में आये स्वास्थ्य महकमे के सीएमएचओ ने भी अपोलो प्रबंधन को पत्र भेज जनप्रतिनिधियों के हवाला दे अपोलो प्रबंधन को 3 दिन के अंदर आयुष्मान पोर्टल पर पंजीयन करा इसकी सूचना से विभाग को अवगत कराने कहा लेकिन 21 दिन हो गए आज तक अपोलो प्रबंधन ने न इस दिशा में कोई कार्रवाई की न स्वास्थ्य विभाग के पत्र का ही कोई जवाब दिया।
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आयुष्मान योजना के सम्बंध में मुख्यालय को पत्र भेजकर अवगत करा दिशा निर्देश मांगा गया है। ये मुख्यालय लेबल का मामला है वही से फैसला होगा अभी तक मुख्यालय से कोई निर्देश नही आया है।
देवेश गोपाल
प्रबंधक जनसम्पर्क विभाग, अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर

