
0 कब तक बुझते रहेंगे लोगो के घरों के चिराग
0 क्या प्रशासन करेगा कोई ठोस पहल या लोग इसी तरह होते रहेंगे कालकवलित*

बिलासपुर। प्रशासन के अफसरों को हाईकोर्ट का भी डर नही। हाईकोर्ट के सख्त निर्देश के बावजूद सड़को पर पसरे मवेशियों के उचित प्रबंधन के लिए कोई पहल नही की गई । नतीजतन फिर मवेशी से टकराने से घायल 23 वर्षीय युवा की मौत हो गई।
हादसा गत 25 दिसम्बर को दोपहर करीब 12.50 बजे बिजौर के पास की बताई जा रही है। परसाहि निवासी 23 वर्षीय गोवर्धन पटेल पिता चंद्रभान पटेल बुधवार को परसाहि से बहतराई जा रहा था कि बिजौर के पास दोपहर करीब 12:50 बजे उसकी बाइक सड़क पर खड़े मवेशी से टकरा गई। इस हादसे में गमबीर रूप से घायल गोवर्धन को आसपास के लोगो ने अस्पताल पहुचाया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सड़क पर मवेशियों के कारण हादसों में हो रही मानव और मवेशियों की मौत को लेकर दायर अलग अलग याचिकाओं को लेकर हाईकोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए मवेशियों के उचित प्रबंधन के लिए उपाय न करने पर निर्देश दिया कि उन हितधारकों पर जवाबदेही तय की जाएगी जिनके क्षेत्र में ऐसी दुर्घटनाएं होती हैं, उन्हें इनके कानूनी परिणाम भुगतने होंगे, ” हालाकि अभी मामले की सुनवाई जारी है।

लेकिन कोर्ट के निर्देश पर कितना अमल हुआ और हो क्या रहा सब कुछ सामने है। सवाल यह उठ रहा कि आखिर कब तक इस तरह निर्दोषों और निर्दोष मवेशियों की जाने जाती रहेंगी क्या प्रशासन के पास इनका कोई समाधान नही है।

