

बिलासपुर। छत्तीसगढ के दूसरे बड़े शहर बिलासपुर के नगर पालिक निगम के 77 लाख रुपये के एफडीआर चोरी और धोखाधड़ी कांड के चर्चित ठेकेदार की हिम्मत तो देखिए वह निर्भीक होकर अब 10 करोड़ के ठेके पर हाथ मार रहा। छात्र नेता की मांडवाली के बाद मामला बिगड़ने पर एक विधायक को सामने करने की चर्चा है।
सूत्रों के मुताबिक हाल ही में एक विधायक ने निगम प्रशासन के अफसर से मिलकर इस मामले को सुलटाने और उसे 10 करोड़ का काम दिलाने जोर आजमाइश की। बताया जाता है कि इस ठेकेदार ने अब संतुलन बनाने भाजपा से जुड़े दो छात्र नेताओ को भी सांट लिया हैं।
इस मामले में नियमतः एफआईआर कराया जाना था क्योंकि ये एफडीआर चोरी बस का नही बल्कि धोखाधड़ी का मामला है जिस पर 16 लाख का जुर्माना ठोक मामले को दबाने भरसक प्रयत्न किया गया। पर लगातार दबाव के कारण मामले का गुड़ गोबर हो गया, लगातार हो रही फजीहत और हो हल्ला के कारण मामला तूल पकड़ने लगा है। विधानसभा का सत्र शुरू हो गया है ऊपर से निकाय चुनाव भी होने वाला है इसलिए मामले को संभालने भाजपा और कांग्रेस से जुड़े छात्र नेता अपने आकाओं के पास हाथ पैर मार रहे है।

