
0 भागकर जा रहा था महाराष्ट्र डोंगरगढ़ से पकड़ा गया
0 23 को हुई मुलाकात और दोस्ती 24 को पार्टी, 26 को मिली लाश

बिलासपुर – पुलिस ने चिल्हाटी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में हुए प्राचार्य मनोज चंद्राकर के मर्डर की गुत्थी सुलझा ली। 2 दिन पहले ही उनके सम्पर्क में आये हमप्याले ने ही तवे से हमला कर उसकी जान ली थी जो महाराष्ट्र भाग रहा था। वारदात की वजह अप्राकृतिक कृत्य बताई जा रही। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ऐसे मिला क्लू-
गत 26 दिसंबर को चिल्हाटी हाउसिंग बोर्ड कालोनो के मकान नंबर 39 में प्राचार्य मनोज चंद्राकर की रक्तरंजित मिली थी, हत्या के सन्देह पर पुलिस ने एसीसीयू, एफएसएल टीम और स्निफर डॉग की मदद से घटनास्थल पर वैज्ञानिक और तकनीकी साक्ष्य जुटाए। जांच के दौरान पता चला कि 24 दिसंबर की रात मृतक के साथ अज्ञात शख्स घर आया था।
ऐसे पकड़ा गया आरोपी
पुलिस ने मृतक के घर से लेकर आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगालने पर मृतक की पहचान हो गई।इसके बाद उसकी धरपकड़ की ।तैयारी की जा रही थी तभी सूचना मिली कि आरोपी हरीश कुमार पैकरा महाराष्ट्र भाग रहा। पुलिस ने प्वाइंट मिलने पर आरोपी को डोंगरगढ़ में घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया ।
ये है घटना का कारण-:
मृतक और आरोपी की मुलाकात गत 23 दिसंबर को बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर हुई थी। मृतक के बुलावे पर दूसरे दिन 24 दिसम्बर को आरोपी उसके घर पार्टी मनाने पहुँचा। पार्टी के दौरान, नशे की हालत में मृतक ने आरोपी के साथ अप्राकृतिक कृत्य किया, जिससे नाराज होकर आरोपी ने रसोई में रखे तवे से मृतक के सिर पर वार कर हत्या कर दी।
ये है आरोपी
प्राचार्य की हत्या के आरोप में पकड़ा गया आरोपी 24 वर्षीय हरीश कुमार पैकरा बलौदाबाजार जिले के लवण थाना क्षेत्र के ग्राम खम्हारडीह का रहने वाला है।
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