
0 कहा न उसके साक्ष्यों का कथन लिया न दस्तावेज पेश करने मोहलत दी।
0 एसपी से शिकायत के बाद एक्शन में आई तोरवा पुलिस, दिखाई सक्रियता

बिलासपुर।महिला सम्बंधी अपराध को लेकर पुलिस कितनी गम्भीर है आप खुद देख लीजिए। विवेचना के लगातार प्रशिक्षण के बाद भी तोरवा पुलिस ने महिला सम्बन्धी अपराध में जिस तरह की कोताही की आरोप है कि पुलिस ने न उसके दो गवाहों के बयान लिया और न ही दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए मोहलत दी। बुधवार को ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी श्री शंकर कश्यप के समक्ष पुलिस द्वारा चालान पेश करने पर पीड़िता ने इस पर आपत्ति दर्ज करा गम्भीर आरोप लगाए।
मामला तोरवा क्षेत्र की 30-35 वर्षीया महिला को शादी झांसा देकर 11 साल से उसका दैहिक शोषण करने का है। कार्रवाई तो फटाफट की गई उस पर कोई सवाल नही है क्योंकि पीड़िता ने गत 30 अक्टूबर को तोरवा थाने में एफआईआर कराई। ठीक दूसरे दिन दिवाली पर्व पर 31 अक्टूबर को ही देवरीखुर्द निवासी आरोपी आकाश साव को गिरफ्तार भी कर लिया गया और बुधवार 13 नवम्बर को 13 दिन में मामले का चालान भी पेश कर दिया। आरोप केवल प्रक्रिया का है।
बताया जा रहा कि पीड़िता की एफआईआर तक नही लिखी जा रही थी। इससे परेशान पीड़िता ने पुलिस कप्तान रजनेश सिंह के समक्ष शिकायत की तब कही मामले में एफआईआर के निर्देश दिए तब कही ये कार्रवाई की गई।

