0 कहा राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहलाते है पर मारे मारे फिर रहे
0 जमीनें ले ली रोजगार दिया न आवास

बिलासपुर। सोमवार को कोरबा जिले के कुसमुंडा और गेवरा क्षेत्र के भुविस्थापतो ने छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू विस्थापित एकता संघ के बैनर तले एसईसीएल मुख्यालय के गेट पर अर्धनग्न प्रदर्शन कर सीएमडी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
भूविस्थापितों ने रोजगार, अधिग्रहित जमीन की वापसी, पुनर्वास और बसावट की मांग करते हुए। एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ
आरोप लगाया कि एसईसीएल ने उनकी जमीन तो अधिग्रहित कर ली, लेकिन अब तक उन्हें रोजगार नहीं दिया गया। वर्षों से अधिग्रहण प्रभावित गांवों के युवाओं को केवल आश्वासन ही दिया जा रहा है,

कुसमुंडा और गेवरा क्षेत्र के प्रदर्शनकारियों ने बताया कि उनकी जमीनों के अधिग्रहण के बाद न केवल उनका आजीविका का स्रोत खत्म हो गया है, बल्कि पुनर्वास और रोजगार योजनाओं का लाभ भी उन तक नहीं पहुंचा। युवाओ ने एसईसीएल प्रबंधन
और सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि यह प्रदर्शन उनके असहनीय कष्ट और आक्रोश का प्रतीक है।
प्रदर्शनकारियों ने मांगें पूरी न होने पर 1 जनवरी से अनिश्चितकालीन खदान बंद आंदोलन करने की चेतावनी दी।
इन प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्हें राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र कहा जाता है,
लेकिन विकास के नाम पर उनकी जमीनों को बलपूर्वक अधिग्रहण करने के बाद उनके पुनर्वास और आजीविका के स्रोत को खत्म कर उन्हें मरने छोड़ दिया गया। अब यह देखना होगा कि एसईसीएल प्रबंधन और सरकार इस मामले को कितनी गंभीरता से लेते हैं और कब तक उनकी मांगों को पूरा करने क्या कदम उठाते है।

