
0 छठपूजा और रसूखदारों की शिकायत पर दूसरे जगह से निकाली जा रही फिटिंग
0 स्मार्ट सिटी की भोंगरेदार सड़कों पर अंधेरे में जानजोखिम में डाल आवागमन कर रहे लोग

बिलासपुर।10 अरब 51 करोड़ 94 लाख 8 हज़ार रुपये के बजट वाले बिलासपुर नगर निगम के पास लाइट खरीदने के लिए पैसे नही है। कुल मिलाकर हालात ये है कि जो स्ट्रीट लाइटे जल रही है वो जल रही बाकी ठप पड़ी है। कम्प्लेंट आने पर हर कम्प्लेनर को यही बताया जा रहा कि नया लाइट है ही नही।

आलम यह है कि नेताओ और रसूखदारों के बिजली बंद होने का कॉल आने पर दूसरे जगह का चालू सेट उनके एरिया में लगा दे रहे। आमजनमानस की शिकायत पर वही डॉयलॉग चिपका दे रहे कि लाइट ही नही है।हकीकत भी यही है। शुक्रवार को सीजीडीएनए ने निगम के श्याम टॉकीज के सामने चुंगी दफ्तर के प्रकाश विभाग के स्टोर रूम का हाल देखा तो स्टोर एकदम खाली है। बिजली बन्द की शिकायतें आ रही तो करे क्या निगम के प्रकाश विभाग का अमला भी नए फिटिंग और सामान के टोटे के कारण हाथ पर हाथ धरे ऑफिस में ही बैठा है।
स्मार्ट सिटी की सड़कों और गलियों की ठप पड़ी स्ट्रीट लाइटो को लेकर जब विभाग के जिम्मेदार अफसर सुब्रतकर से चर्चा की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया।
नही है लाइट, न कुछ बताते न पुछते
जुगल किशोर गोयल, एमआईसी सदस्य प्रकाश विभाग

