
0 और साहब कह रहे कि अनुमति विरुद्ध निर्माण का जारी किया नोटिस
0 नया निर्देश आया नही, नियमितीकरण की बैठक हुई नही तो फिर कैसे हो गया खेल

बिलासपुर। बिना अनुमति भवन निर्माण और इनके नियमितीकरण में किस कदर बड़ा खेल हुआ। कैसे निर्माणाधीन भवनों को नियमित कर दिया गया आप खुद देख लीजिये। ये तोरवा- देवरीखुर्द मोड़ के बीच मेनरोड पर निर्माणाधीन भवन की तस्वीर है। जिसमे अभी भी कम चल रहा बांस बल्ली लगी हुई है। 2 मंजिल की अनुमति पर तीन मंजिल खड़ा हो गया नियमितीकरण भी हो गया और भवन शाखा अधिकारी है कि अब इन्हें अनुमति विरुद्ध निर्माण का नोटिस जारी करने की बात कह रहे है। ये पूरा खेल है निगम के भवन शाखा और नगर तथा ग्राम निबेश विभाग का। जिन्होंने 4600 भवनों के नियमितीकरण को विधानसभा और लोकसभा चुनाव आचार संहिता लागू होने और फिर राज्य में सरकार बदलने का हवाला देकर लटका दिया। कहा जा रहा कि अब शासन से नया निर्देश आने के ही नियमितीकरण समिति की बैठक हो सकेगी और फिर कोई निर्णय लिया जा सकेगा।
फिर ये कैसे हो गया-
गत 9 अक्टूबर 2023 को छत्तीसगढ़ निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही चुनाव आचार संहिता लागू हो गई। प्रदेश में दो चरण में गत 7 और 17 नवम्बर को चुनाव हुए। 5 साल की कांग्रेस सरकार को पराजय का सामना करना पड़ा। भाजपा की सरकार बनी गत 13 दिसम्बर 2023 को प्रदेश की विष्णुदेब सरकार ने शपथ ली।

राज्य में नई सरकार के गठन के बाद भी नियमो में झोलझाल कर गत 28 दिसम्बर 2023 को देवरीखुर्द मोड़ के पहले तोरवा मेनरोड के दो मंजिला नक्शा पास परन्तु 3 मंजिल तक टिकाने के बाद भी नियमितीकरण कर भवन निर्माता गौरव पिता कमल किशोर मोदी के इस निर्माणाधीन 3 मंजिला भवन का नियमितीकरण प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया।

नोटिस का जनरल स्टोर्स
इधर खुद गौरवपथ-उसलापुर बाईपास रोड के कॉर्नर पर नियम विरुद्ध निर्माण कराकर इसका नियमितीकरण होने की बात कहने वाले भवन शाखा अधिकारी ने नोटिस का भंडारा खोल लिया। बताया जा रहा कि अब वे उन भवन मालिको को नोटिस जारी कर रहे जिनका नियमितीकरण लटका दिया गया। सवाल यह उठ रहा कि जब नियमितीकरण समिति की बैठक ही नही हुई या हो रही तो फिर नोटिस का ये कैसा खेल । क्या भवन शाखा अधिकारी ने नोटिस का जनरल स्टोर खोल लिया है।
कलेक्ट्रेट में कैमरा यहां खुल्ला खेल
अपनी तेजतर्रार कार्यप्रणाली और साफगोई के लिए चर्चित कलेक्टर ने जिला मुख्यालय के नकल शाखा में चल रही गड़बड़ी और लेनदेन पर रोक लगाने कार्यालय के नकल शाखा में सीसीटीवी कैमरा लगवा लिया। पर निगम प्रशासन ने लगातार खामियां उजागर होने और हो रही फजीहत के बाद भी कोई ठोस पहल नही कर रहा जो समझ से परे है।
और बदल गया झोले का पता
चर्चा है कि नियमितीकरण का ये खेल इतना बड़ा है कि झोले में माल आ रहा है। चित्रगुप्त को कौन सा झोला कहा पहुचाना है सब पता है। ये बात अलग है कि सरकार बदलने के बाद झोले का पता ही बदल गया ।
गांधी जी के बन्दर भी शर्मा जाए बिलासपुर नगर निगम आकर
0श्रमिको के पारिश्रमिक का ठेकेदारों द्वारा 93 करोड़ का एडवांस घोटाला, 0करोड़ो की सफाई में बाद भी हर माह निगम का 70-80 लाख का डीजल पेट्रोल फूंककर ठेका कम्पनियों और लेबर विहीन लेबर ठेकेदारो की बेगारी कराने। की खबरे आई पर कोई एक्शन नही लिया गया। उल्टे जांच में सच्चाई उजागर करने और सख्ती बरतने वाले उपायुक्त का तबादला कर मामले को निबटा दिया गया।
0 ठेका श्रमिको से बिना प्रशिक्षण सड़को पर मवेशी पकड़वाने और इस कार्य के दौरान घायल ठेका श्रमिक की जान जाते जाते बची ऑपरेशन और इलाज में लगभग 60-70 हजार खर्च हुए पीड़ित को इलाज के लिए ठेकेदार से सहायता मिली महज 20 हजार इसकोएकर भसभस है कि ये मदद है या उसके दो माह का बकाया वेतन ऐसा उसके सहकर्मी कह रहे है।
0 सीवरेज और अन्य आधी अधूरी पड़ी अरबो की जम्बो फेलुआर योजनाएं।
0 करोड़ो की सफाई और ठेका कम्पनियों की बेगारी के बाद भी शहर में पसरी गन्दगी
0 लगातार कार्रवाई में बाद भी शहर के विभिन्न इलाकों में चल रहा अवैध प्लॉटिंग का फंडा
0 निगम की जमीनों पर रसूखदारों का कब्जे के मामले लगातार सामने आ रही।
तो क्या ये है फ़ंडा
चर्चा है कि ऊपर से ही फरमान है कि मीडिया में जो चल रहा चलने दो टेंशन लेने का नई। तभी तो इतने सारे धतकरम सामने आए किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नही हुई।
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तोरवा मेनरोड – देवरीखुर्द मोड़ पर सड़क किनारे निर्मित यह भवन गौरव पिता कमल किशोर मोदी का है। इन्होंने 2 मंजिल का परमिशन लेकर 3 री मंजिल का निर्माण करा लिया। इसलिए उन्हें अनुमति विरुद्ध निर्माण का नोटिस जारी किया गया है।
सुरेश शर्मा
भवन शाखा अधिकारी
नगर पालिक निगम बिलासपुर

