
0 मेयर- सभापति ने गढ़े अफसरों की तारीफ में कसीदे
0 कहा कोरोनाकाल और चुनाव आचार संहिता के कारण बाधित हुआ विकास

विलासपुर। शुक्रवार 3 जनवरी को विलासपुर के नगर सरकार के कार्यकाल के अवसान हो गया। इस अवसर पर टाउन हॉल में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मंचस्थ नेताओ ने कोरोनाकाल के कारण विकास के कई काम बाधित होने पर अफसोस जाहिर किया।
निगम के उपनेता प्रतिपक्ष राजेश सिंह ने कहा कि विदाई एक भावुक क्षण होता है 2 साल कोरोनाकाल के कारण कई कार्य पूरे नही हो सके जिसका मलाल रहेगा।
सभापति शेख नजीरुद्दीन ने कहा कि सत्ता विपक्ष और अफसरों कर्मचारियो का सहयोग मिला। 30 साल में पहली बार ऐसे प्रशासक बैठ रहे जिन्होंने अपने बच्चे सरकारी सकूल में पढ़ाकर बड़ा संदेश दिया। जाहिर है जनहित के काम चलते रहेंगे नागरिकों को सुविधा मिलेगी। वही मेयर रामशरण यादव ने विलासपुर नगर निगम को कलेक्टरों की सीढ़ी बताते हुए कहा कि जितने भी आईएएस आयुक्त आये सब यहां से कलेक्टर बनकर गए।
उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव विजयी जनप्रतिनिधि जोश के साथ निगम पहुचे फिर कोरोनाकाल आ गया शहर विकास में पिछड़ गए। फिर विधानसभा और लोकसभा चुनाव आचार संहिता आ गई मन मे शहर के लिए जो परिकल्पना थी वो नही करा पाए।
विदाई समारोह के दौरान उन रिटायर्ड अफसरों को भी आमंत्रित किया गया जो इस कार्यकाल के दौरान सेवारत रहे। इस अवसर पर मेयर सभापति और पार्षदो का शॉल, श्रीफल और मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया गया।
आई बरात तो…

नगर निगम प्रशासन की कार्यपद्धति की तरह ही सब कुछ हुआ। पहले अफसरों की लेटलतीफी पर जनप्रतिनिधि भन्नाए की शाम 4 बजे से बुला लिया गया साढ़े 5 बज गए ये क्या तमाशा है लेदेकर अफसर आये तो कुर्सी का टोंटा पड़ गया टेंट से कुर्सी भी आ गई कुछ सभागृह टाउन हॉल पर लगाया गया कुछ बाहर मैदान में फोटो सेशन के लिए लगाए गए।
कराई गई फॉगिंग

जाती बिराती मच्छरों के दंश के कारण फजीहत न हो इसका भी ख्याल रखा गया। इधर मैदान में कुर्सियाँ बिछाए जा रहे थे तो वही फॉगिंग मशीन भी चलवाई गई।
ज्यादातर जनप्रतिनिधि नदारद
विदाई समारोह का न्यौता सभी 68 पार्षदो और मेयर सभापति सभी को दिया गया, पर नेताप्रतिपक्ष समेत ज्यादातर जनप्रतिनिधि इस समारोह में आये ही नही।

