
0 पम्प हाउस से नेहरू चौक विकास भवन तक मचा रहा बवाल
0 निगम आयुक्त की समझाइस के बाद शांत हुआ मामला

बिलासपुर। लगता है बिलासपुर निगम मुख्यालय में होम हवन की दरकार है । मंगलवार को फिर तीसरे दिन विकास भवन में कर्मचारी एकता जिंदाबाद और संघर्ष करो के नारे गूंजे। पंप हाउस से लेकर लेकर निगम के पेट्रोल पंप और नेहरू चौक विकास भवन तक हो हंगामा मचा रहा आरोप है कि निगम के पेट्रोल पंप में डीजल पेट्रोल की गफलत पर रोक लगाने निगरानी के लिए बिठाए गए महिला कर्मियों की टिप्पणी के कारण माहौल बिगड़ा जिसके चलते बिफरे वाहन चालको ने काम बंद कर प्रदर्शन किया।और फिर काम बंद के8 नौबत आई। हड़ताली कर्मियों ने कहा कि महिला कर्मियों ने उनकी औकात को लेकर टिप्पणी की कि जिससे माहौल बिगड़ा।

निगम आयुक्त की समझाइस के बाद मामला शांत हुआ।आक्रोशित हड़ताली वाहन चालकों ने बताया कि वे रोज की तरह मंगलवार सुबह पम्प हाउस से गाड़िया लेकर डीजल पेट्रोल भराने निगम पेट्रोल पंप पहुंचे । यहां अफसर द्वारा बिठाए गए महिला कर्मियों ने कह दिया की लाख बुक में एंट्री नहीं है तो डीजल पेट्रोल नहीं मिलेगा जिसको लेकर विवाद हुआ तो महिलाओं ने 8-10 हजार पाने वाले कर्मचारियों से बात नहीं करेंगे और औकात को लेकर टिप्पणी की जिससे बात बिगड़ी और वाहन चालक गाड़ी खड़ा कर हड़ताल पर चले गए । कर्मचारियों ने पंप हाउस पेट्रोल पंप नेहरू चौक और विकास भवन में जमकर नारेबाजी की और निगम आयुक्त से इसकी शिकायत की। आयुक्त की समझाइस के बाद मामला शांत हुआ

फिर रडार से फिसल गए अफसर-
हड़ताल खत्म होने के बाद इस बात को लेकर जमकर चर्चा रही कि जो अफ़सर इनके निशाने पर थे वे फिर फिसल गए । इस पूरे मामले का सूत्रधार इसी अफ़सर को बताया जा रहा है। जिसके खिलाफ वाहन चालकों में जबरदस्त आक्रोश है।
और फिर पलट दी बाजी-
हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि कुटिल अफ़सर ने पूरा मामला गाड़ियों के लाक बुक पर पलट कर फिर उन्हें मात दे दी।
आरोप भी लगे-
आक्रोशित हड़ताली कर्मियों ने उस अफसर पर खुद सीसीटीवी कैमरा बन्द करा अपनी गाड़ियों में पेट्रोल डलवाने और कुछ नेताओं को पेट्रोल दिलाने का आरोप भी लगाया।

