
0 शनिवार को सीएम से कराया रामसेतु का लोकार्पण, सोमवार को छाया अंधेरा
0 नेता के जन्मदिन के पोस्टरों से अटा शहर

बिलासपुर। पिछली सरकार की तरह ये सरकार भी पोस्टर वार के फार्मूले पर चल रही है। बदहाल सड़को और नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के बजाय सौंदर्यीकरण पर करोड़ो रूपये फुके जा रहे। इतना ही नही स्थानीय नेताओं की मौजूदगी में मुख्यमंत्री से आधे- अधूरे निर्माण कार्यो का लोकार्पण भी करा दिया गया।
बात रही पोस्टरों की तो पब्लिक भी जान रही है कि पोस्टर फार्मूला है क्या कैसे पोस्टरों पर लाखों रुपये फुके जा रहे है। शहर के चौक चौराहे से लेकर पूरा मुख्यमार्ग नेताओ और उनके समर्थकों के हस्ते खिलखिलाते चेहरे देख सब समझ रहे और कह रहे कि उन्होंने सबका साथ सबका विकास के नारे पर भरोसा किया था पर हो तो इससे जुड़े लोगों का ही रहा है। सवाल यह उठ रहा कि इन पोस्टर वार के जरिये सियासत क्या चल रही है आखिर ऐसे शक्ति प्रदर्शन की आवश्यकता क्यो। पिछली सरकार में भी कभी मुफ्त बिजली और कभी शिक्षा के अधिकार और नेताओं के तस्वीरे वाले पोस्टर लगाए जाते थे।
सब कांग्रेस सरकार की योजना
ब्लिक कह रही कि अरपा विकास योजना तो पर्यावरणीय स्वीकृति पर ही अटक गई थी कांग्रेस शासनकाल में 2 किलोमीटर की ही सही शुरू तो ही। उसलापुर सड़क दोनों नए पुल ये सब तो कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में धरातल पर उतारी गई।

और छाया रहा अंधेरा
जिस रौशनी से जगमगाते रामसेतु का शनिवार लोकार्पण सीएम विष्णुदेब साय से लोकार्पण कराया गया वहॉ सोमवार रात अंधेरा छाया रहा। अरपापार सरकंडा तट के रिटेलिंग वाल पर लाइट से जगमगाते लिखा रामसेतु स्मार्ट सिटी बिलासपुर लि भर जलता रहा। वही नई सड़क पर गाड़ियों के लाइट के भरोसे सड़क पर ट्रैफिक दौड़ता रहा।

: रविवार को चलता रहा काम
आलम देखने मे ये आया कि शनिवार को रामसेतु का सीएम के हाघो लोकार्पण कराने के बाद दूसरे दिन रविवार को भी इस रामसेतु के सड़क किनारे टाइल्स लगाने का काम चलता रहा मजदूर भिडे रहे।
असली राम सेतु कौन

शहर के नागरिक तक कंफ़्यूजिया गए है कि असली रामसेतु है कोन सा। दो पूल के बीच का 98 साल पुराना अरपा का वो ब्रिटिशकालीन बूढ़ा पुल जिसके छाती पर नागरिकों के विरोध के बावजूद पेयजल योजना का भारी भरकम योजना का पाइप लाइन बिछावा जिस पाइप लाइन के ऊपर रामायण की चौपाई गुदवा पुल के दोनों छोर पर रामसेतु का बोर्ड लगा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का पोस्टर लगवाया गया है। या बिना सेतु के अरपा किनारे की नई बनवाई गई सड़क आखिर दोनों में असली रामसेतु है कौन।

