
0 जब महानगरों में कोई बड़ी अनहोनी होती हसि तो यहां भी कराया जाता है रिहर्सल
0 अभियानों की बेगारी को भोग रहा शहर कोई ठोस व्यवस्था नही बन पा रही

बिलासपुर। नगर निगम के सारे अभियान बेगारी से ज्यादा कुछ नही है। चार दिन अंडरग्राउंड पार्किंग का व्यवसायिक उपयोग करने वालो पर धड़ाधड़ कार्रवाई का दिखावा किया गया आज कोई देखने वाला नही है। पब्लिक पूछ रही कि क्या एक्ट बदल गया या रसूखदारों के खिलाफ कार्रवाई की हिम्मत नही जुटा पा रहा निगम प्रशासन।
अरपापार सरकंडा सीपत रोड़ पर विज्यापुरम कालोनी के पास मौसाजी स्वीट्स के पार्किंग पर मौसाजी होंडा का शो रूम संचालित हो रहा। पार्किंग का व्यवसायिक उपयोग करने के कारण इन दोनों संस्थानों के वाहन सड़क तक बेतरतीब खड़े है।
तेलीपारा रोड, शास्त्री मार्केट से लेकर गांधी चौक, गांधी चौक से लेकर तारबाहर चौक तक ऐसे दर्जनों संस्थान संचालक अपने अंडरग्राउंड पार्किंग को बेखौफ होकर दुकान और गोदाम के लिए किराए पर दे रखा है कोई माईबाप नही है।नियम कायदा बता शाम नोटिस थमा दूसरे दिन बुलडोजर लेकर गरीबो के झोपड़े पर बुलडोजर चलवाने वाले अफसरो को शहर भर में पार्किंग का चल रहा ये धंधा क्यो दिखाई नही दे रहा ये बड़ा सवाल है।
दूसरे तल पर है वर्कशॉप

इस संस्थान का वर्कशॉप अंडरग्राउंड शो रूम वाले पार्किंग और प्रथम तल के बाद दूसरे तल पर है, जहां गाड़ियों के मरम्मत का कार्य किया जाता है।
अंडर ग्राउंड पार्किंग में ये है


पार्किंग में दो चेम्बर, एक शो केस जिसमे गाड़ियों के पार्ट्स और सजावट के सामान रखे है। रैम्प की ओर एक डायस रखा है जहां से माजिक में उद्घोषक द्वारा ग्राहकों को उनके स्कूटी और बाइक की जानकारी दी जाती है। वही बगल में सर्विसिंग के लिए ऊपर भेजी जाने वाली या सर्विसिंग के बाद नीचे भेजी गई गाड़ियां खड़ी की जाती है।
नगर निगम प्रशासन के अभियानों के हाल
0 जब जब एनजीटी का डंडा चल्ट्स है पॉलिथीन के खिलाफ कार्रवाई की जाती है नतीजतन आन तक पॉलिथीन बन्द नही कराया जा सका।
0 दिल्ली के अंडरग्राउंड पार्किंग गोदाम में आग लगने सामान जलने और लोगो की मौत के बाद अभियान चलाया गया फिर ठंडा।
0 पिछले दिनों दिल्ली के पार्किंग के लाइब्रेरी में पानी भरने से हुई विद्यार्थियो की मौत के बाद अभियान चला वो भी बन्द हो गया।
0 नर्सिंग होम, व्यवसायिक काम्प्लेक्स में आगजनी रोकने फायर फाइटिंग लगवाने अभियान चलाया गया वो भी मामला ठंडा पड़ते ही बन्द हो गया।
समय समय पर ऐसे दर्जनों अभियान चलाए गए पर ये बेगारी ही साबित हुए कोई परिणाम नही निकला।

