
0 किससे करे शिकायत फ़ूड कंट्रोलर मोबाइल तक रिसीव नही करते
0 आखिर क्या कर रहा खाद्य महकमा, शहर में ऐसा तो गावो में क्या होगा रवैय्या

बिलासपुर।सस्ता चाऊर सब्बो सेती खुशी बगरगे चारो कोती पर चांटीडीह के गरीब राशन कार्डधारी दुखी है। 17 तारीख हो गया अभी तक दुकान ही नही खुल रहा। गरीब राशनकार्डधारियो के घर खाने के लिए चावल तक नही है। वे बोरी और राशनकार्ड लेकर सुबह शाम दुकान के चक्कर काट रहे है। जब सम्भागीय मुख्यालय में जहाँ सम्भागायुक्त और कलेक्टर बैठ रहे वहॉ ये हाल है तो दुरस्त ग्रामीण क्षेत्र में क्या स्थिति होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। सवाल यह उठ रहा कि जिले भर के राशन दुकानों की मॉनिटरिंग करने वाले खाद्य महकमे के अफसर क्या कर रहे जिन्हें मोबाइल तक रिसीव करने तक कि फुर्सत नही है।
आप खुद देखिए ये चाटीडीह रामायण चौक किसानपारा का जय बुढी मैय्या सहायता समूह का राशन दुकान है जहां ताला लटक रहा। दुकान के बाहर दुकान खुलने का समय भी दीबार पर अंकित है लेकिन मोहल्लेवासी और परेशान कार्डधारक बता रहे कि दुकान 17 दिन से खुली ही नही वे रोज चावल के लिए सुबह शाम चक्कर काट रहे है।

बताया जाता है यहां करीब 50 और 100 मीटर की दूरी पर दो और राशन दुकान है। विभाग ढिंढोरा भी पीट चुका है कि कार्डधारी दूसरे दुकान से भी राशन ले सकते है कही से भी राशन ले सकते है पर योजना का क्या हाल है आप भी जान लीजिए दोनों दुकानदारों ने स्टॉक का रोना रो उन्हें चावल देने से मना कर दिया। मीडिया की टीम जब कवरेज के लिए मौके पर पहुची बखेड़ा खड़ा हुआ तब इन दुकानदारों ने इन्हें राशन देने की बात कही।
सवाल यह उठ रहा कि जब सरकार की योजना है तो राशनकार्डधारकों को चावल के लिए रोना क्यो पड़ रहा है।
क्या कह रहे राशन कार्डधारी
और फ़ूड कंट्रोलर कह रहे
सीजीडीएनए की टीम ने इस सम्बंध में फ़ूड कंट्रोलर अनुराग भदौरिया से मोबाइल पर चर्चा की तो उनका कहना है कि आप दुकान का नम्बर और तस्वीर खींचकर भेजिए कार्रवाई करेंगे।

