
बिलासपुर। कांग्रेस में अनुशासन का पारा न्यनतम स्तर पार कर गया। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मुखिया ने बिलासपुर में जिलाध्यक्ष और कोटा विधायक के बीच मचे बवाल की जांच के लिए 3 सदस्यीय फाइंडिंग फैक्ट कमेटी का ऐलान भी कर दिया। कमेटी जांच के लिए आई नही पर मीटर चालू बत्ती बंद जैसा हाल है, जवाबी हमले अभी भी जारी है । जिले के कांग्रेस अध्यक्ष ने फिर कोटा विधायक के खिलाफ प्रेस नोट भेज उनके खिलाफ न सिर्फ गम्भीर आरोप लगाए बल्कि उनकी कार्यशैली से क्षुब्ध होकर कांग्रेस छोड़ने वालो की फेहरिश्त तक जारी कर दी…

सार्वजनिक रूप से चपरासी और कलेक्टर वाले बयान के जवाब में कोटा विधायक ने जिलाध्यक्ष पर पलटवार करते हुए उनके आरोप को नकार उल्टे उन पर टिकट वितरण में धांधली का आरोप।मध्य दिया। इसके बाद जिला ध्यक्ष ने उनके कारण पार्टी छोड़ने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं की सूची जारी कर दी,,, उनके आरोप के मुताबिक पार्टी छोड़ने वालो में पहला नाम कांग्रेस से निर्वाचित ज़िला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान का बताया जिन्होंने ऐन लोकसभा के दौरान कांग्रेस को टाटा बाय- बाय कह भाजपा का दामन थाम लिया। उनके अलावा सूची में पेंड्रा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रशांत श्रीवास , पेंड्रा नगर कांग्रेस अध्यक्ष जय दत्त तिवारी ,
गौरेला ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमोल पाठक, पेंड्रा के नगर पालिका अध्यक्ष इक़बाल सिंह , ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रमेश सूर्या के द्वारा पार्टी कांग्रेस पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ जीत हासिल करने वाले पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राजेश जालान समेत कोटा विधानसभा के अन्य कांग्रेस नेताओं और निष्ठावान कार्यकर्ताओं के नाम गिनाए जो कोटा विधायक की कार्यशैली के कारण कांग्रेस छोड़ गए।

