
0 मामला सरकार की योजनाओं को दरकिनार कर चट छुट्टी दे पट बिल भुगतान कराने का
0 ईएसआई आयुष्मान और जननी सुरक्षा के बाद भी मंगलसुत्र गिरवी रख करवा रहे इलाज

बिलासपुर। जिले भर की स्वास्थ्य सुविधाओ की मानिटरिंग करने वाला स्वास्थ्य महकमा निजी अस्पताल संचालको के आगे बौना नजर आ रहा। तभी तो तमाम सरकारी योजनाओं को नकार निगम के गरीब टास्क कर्मी की प्रसूता पत्नी को ऑपरेशन के बावजूद दो दिन में छुट्टी दे बिल के भुगतान के लिए दबाव बना उसे 3 मंगलसुत्र को गिरवी रखवाने विवश करने वाले चर्चित किम्स प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने में स्वास्थ्य विभाग के अफसरो के हाथ कांप रहे।

लोकसभा चुनाव के दौरान मंगलसूत्र का मुद्दा जमकर उछला जो आज दिखाई भी दे रहा। सच कहते थे कि इनकी नजर आपके मंगलसुत्र पर है।तभी तो निगम के 8-9 हजार मासिक मानदेय पाने वाले निगम कर्मी को अपनी गर्भवती पत्नी की डिलीवरी कराने किम्स अस्पताल प्रबंधन के दुर्व्यवहार और दबाव के चलते अपनी पत्नी के 3 मंगलसूत्र को गिरवी ऱखवा रकम का इंतेजसम करना पड़ा। वो भी ईएसआईसी आयुष्मान और जननी सुरक्षा जैसी 3-3 योजनाओं के होते हुए। सिस्टम के लिए इससे शर्मनाक बात और क्या हो सकती है।

इस मामले के तूल पकड़ने के बाद कलेक्टर ने स्वावस्थ्य विभाग को कार्रवाई के निर्देश दिए। डॉ गायत्री बांधी के नेतृत्व में 3 सदस्यीय जांच कमेटी का गठन भी किया गया जो 1 माह बाद भी जांच पूरी न कर सकी।

कहा जा रहा कि अभी रिसेप्शनिस्ट का बयान बाकी है। इसके बाद कार्रवाई के लिए फाइनल रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
लिखी जा रही पटकथा
स्वास्थ्य महकमे की तरफ से अभी से मामले में जिस तरह से तर्क दिए जा रहे उससे लग रहा कि होना जाना कुछ नही है उल्टे निगम कर्मी की गलती बता पूरे मामले को उसी के ऊपर खपलने पटकथा लिखी जा रही।
6 की जांच जारी, 1 की भी नही हुई पूरी
जबकि खुद महकमे के अफसर पहले ही बता चुके है कि चर्चित किम्स प्रबंधन के खिलाफ 1-2 नही 5 और मामलो की जांच चल रही मतलब निगम कर्मी के जिस शिकायत पर जांच की बात कही जा रही उसका नम्बर 6 वॉ है।
आखिर कौन दे रहा संरक्षण
स्वास्थ्य विभाग की माने तो कोरोनाकाल के दौरान मरीजो की लापरवाही से मौत, जबरिया उगाही के चर्चित किम्स शिशु भवन केयर एंड क्योर समेत अन्य निजी अस्पतालो से 100 से भी अधिक शिकायते आई थी। परन्तु आज तक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की गई।जिससे जाहिर है कि या तो इन अस्पताल संचालको के राजनीतिक रसूख के कारण इन पर कोई कार्रवाई नही की जा रही या फिर सबका हिस्सा पहुच रहा इसके अलावा और कोई वजह तो समझ मे नही आ रहा।
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किम्स हॉस्पीटल के खिलाफ कैलाश सोनी की शिकायत पर जांच जारी है। अभी किम्स के रिसेप्शनिष्ट का बयान होना है इसके बाद पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट कलेक्टर इस अनुशंसा के साथ भेजी जाएगी कि इस अस्पताल के खिलाफ लगातार शिकायते आ रही इसलिए इनके हॉस्पिटल का आयुष्मान कार्ड से इलाज का लाइसेंस निरस्त किया जाए।
डॉ प्रमोद तिवारी
प्रभारी सीएमएचओ बिलासपुर

