
0 वारदात कतियापारा मधुबन के पास का
0 दोपहर हुआ बवाल, कर्मचारियों ने भी दिखाई ताकत

बिलासपुर। करोड़ो के सफाई ठेके के बाद भी ठेकेदारो की बेगारी करने वाले निगम प्रशासन के कर्मचारियों से कार्य के दौरान मारपीट की घटनाएं आम हो गई है। शुक्रवार को फिर कतियापारा में नाली की सफाई और मलबे उठाने के दौरान एक्सीवेटर के पीछे से कार हटाने के लिए कहने पर मोहल्ले के युवक ने निगम कर्मी से गाली गलौच और हाथापाई की जिससे जमकर बवाल मचा। कर्मचारी नेता डंपर चालक से हुए विवाद के बाद निगम के वाहन चालकों ने कोतवाली का घेराव कर नारेबाजी कर युवक के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज करा कार्रवाई की मांग की है।
निगम प्रशासन ने नाले नालियों की सफाई के लिए ठेकेदारो से श्रमिक तो लिए है पर श्रमिक है नही इसलिए निगम के अफसर अमला और वाहन से ठेकेदारो की किस तरह बेगारी करा रहे सारा शहर जान रहा। ठेकेदारो को लाखों रुपये फर्जी श्रमिको के नाम पर भुगतान कर निगम का पोकलेन लगाकर कतियापारा में नाले- नालियों की सफाई कराई गई फिर मलबे को उठाने भी निगम की गाड़ी और अमला भी भेजा गया। मलबा उठाने के दौरान एक युवक ने एक्सीवेटर के पीछे अपनी कार खड़ी कर दी जिससे काम अवरुद्ध होने पर डंपर चालक कर्मचारी नेता नन्द कुमार कुशवाहा ने युवक को एक्सीवेटर के पीछे से कार हटाने कहा।

ये है वो कार जिसे हटाने को लेकर विवाद हुआ
युवक ने नही हटाऊंगा कहा और गाली गलौच कर कर्मचारी नेता से धक्का मुक्की की। सूचना मिलते ही निगम के वाहन चालक मौके पर पहुच गए जहां जमकर गाली गलौच और हंगामा हुआ।

ये है वो व्यक्ति जिससे विवाद हुआ
इसके बाद पीड़ित कर्मचारी नेता को लेकर वाहन चालक सिटी कोतवाली पहुचे हो हंगामे और नारेबाजी के बाद सिटी कोतवाली पुलिस ने उन्हें लिखित शिकायत लेकर चलता कर दिया।

जब जब इस तरह बेगारी के दौरान विवाद होता है कह देते है कि मलबा उठाने का काम निगम अमले का है। सवाल यह उठ रहा कि फिर निगम के पोकलेन को नाले-नालियों की सफाई के लिए क्यो भेजा गया। दूसरा सवाल यह भी है कि आधा अधूरा ठेका क्यो क्या बेगारी कर माल कमाने के लिए। क्या पैजामा खरीदने पर नाडा अलग से खरीदने का प्रावधान केवल नगर निगम में है कम्प्लीट ठेका क्यो नही दिया जाता।

