
0 तीन दिन में पीसीसी प्रवक्ता और पूर्व महिला पदाधिकारी समेत 6 निष्कासित
0 कोई टाइटेनिक कह रहा तो कोई फूल छाप कांग्रेसी

बिलासपुर। एक के बाद एक आ रही भितरघात की शिकायतों की जा रही कार्रवाइयों और पार्षदों के आ रहे बयानो ने कांग्रेस को चुनाव परिणाम आने से पहले ही मात दे दी। ये हम नही बल्कि उनके पत्र कह रहे जो उन्होंने भितरघातियों के खिलाफ कार्रवाई करने जिला और शहर अध्यक्ष को भेजा है।
कांग्रेस के लिए सालो से 2 जुमला फेमस है, एक तो फूल छाप कांग्रेसी और दूसरा कांग्रेस को कांग्रेसी ही हराते है।
जिस तरह से कांग्रेस की पूर्व महिला कांग्रेस अध्यक्ष और पीसीसी के स्टेट प्रवक्ता समेत उनके आधा दर्जन लोगों को सम्बन्धित वार्ड के पार्षदो की शिकायत पर 6 साल के लिए पार्टी बदर का आदेश जारी किया गया है वो किसी बवंडर से कम नही। आरोप प्रदेश और शहर स्तर पर पार्टी के अहम दायित्व पर रहे और रह रहे नेताओ पर लगे है ये आरोप न सिर्फ बेहद गम्भीर है बल्कि शर्मनाक भी है।
पार्टी संगठन की ओर से जिस तरह पार्टी से गद्दारी करने का आरोप लगा नेताओ को 6 साल के लिए निकाल बाहर किया जा रहा जिसकी दोहरी मार भी कांग्रेस को ही पड़ रही है, इससे छोटे और मझोले स्तर के कार्यकर्ताओं का मनोबल गिर रहा कि जिन्हें वे अपना आदर्श मान रहे जब इनका ये हाल है तो आखिर वे क्या सीखेगे और दूसरा ये कि ऐन मतगणना के पहले भाजपा को बैठे बिठाये मुदा मिल गया है। हालांकि सीएम और उनके मंत्री मण्डल के सहयोगी इस बात को लेकर अपने बयानों के जरिये पहले ही कांग्रेस की खिल्ली उड़ा चुके है।

इससे बरसो पूर्व नेताओ द्वारा कहे गए जुमले भी आज सही साबित हो रहे प्रत्यक्ष दिख रहे।
इसका साफ मतलब है कि जिम्मेदारों से पार्टी नही।सम्भल रही। अब समय आ गया है कि नेतृत्व परिवर्तन कर सक्षम और करिश्माई नेता को कांग्रेस की कमान सौपी जाए ताकि पार्टी का बेड़ागर्क होने से बचाया जा सके, सवाल 100 साल से भी पुरानी कांग्रेस पार्टी के बिखरते नेताओ की है क्योकि कार्यकर्ता सिपाही तो तब भी नही भागे जब 5 साल की सत्ता के दौरान उन्हें अपमान के कड़वे घूट पीने पड़े । इसलिए यही समय है पार्टी को बिखराव से बचाने सक्षम नेतृत्व को कुछ करना चाहिए।
जिलाध्यक्ष ने निबटा दिया पीसीसी स्पीकर को
इधर जिलाध्यक्ष द्वारा पीसीसी के प्रवक्ता को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में जिलाध्यक्ष को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल बाहर करने के आदेश से बवाल मचा है।
विजय दीनानाथ चौहान का कहना है कि जिनके खिलाफ शिकायत मिलेगी कार्रवाई की जाएगी किसी को बख्शा नही जाएगा।
इधर पीसीसी स्पीकर का कहना है कि वे प्रदेश बॉडी से है जिलाध्यक्ष उन्हें कैसे निष्कासित कर सकते है, ये उनके अधिकार क्षेत्र में है ही नही।
टाइटेनिक, लोगो का काम है कहना…
इधर शहर में कांग्रेस में मचे घमासान को लेकर लोग चटखारे लेकर चर्चा कर रहे है। कोई कह रहा तभी पुराने नेता कांग्रेसियो को कभी फूल छाप कांग्रेसी, को कभी कांग्रेस को निबटाने वाले कांग्रेसी और कभी अपचमार दवा त्रिफला चूर्ण का नाम देते आ रहे है।

